दर्श अमावस्या आज, जानें पितरों को कैसे दिलाएं शांति **** हिंदू धर्म में अमावस्या का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। हर महीने में एक बार आने वाली अमावस्या को दर्श अमावस्या भी कहा जाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होती है जो पितृ दोष निवारण या पितरों की शांति और विशेष पूजा-पाठ के लिए यह दिन चुनते हैं। दर्श अमावस्या के दिन चंद्र देव की पूजा करने का विधान है। दर्श अमावस्या के दिन चंद्रमा की पूजा करने से हर इच्छा पूर्ण होती है। दर्श अमावस्या की तिथि ============== इस बार 30 नवंबर 2024 दिन शनिवार को यह पर्व मनाया जाएगा। अमावस्या तिथि पर पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह के 10:29 बजे से लेकर अगले दिन 1 दिसम्बर को 11:50 तक रहेगा। दर्श अमावस्या का महत्व ================ दर्श अमावस्या का धार्मिक और आध्यात्मिक दोनों ही रूपों में विशेष महत्व है। यह दिन पितरों को तर्पण और श्राद्ध करने के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ करने से पितृ दोष समाप्त होता है। इसके अलावा यह दिन नए कार्यों की शुरुआत करने के लिए शुभ माना जाता है। इस पवित्र दिन पर विधि पूर्वक पूजा कर...
Karwa Chauth is a traditional Hindu festival, primarily observed by married women in North India, where they fast from sunrise to moonrise for the well-being, health, and longevity of their husbands. The festival is celebrated on the fourth day after the full moon in the Hindu month of Kartik, which typically falls in October or November. Here’s a brief overview of the key customs and rituals associated with Karwa Chauth: Sargi: Before sunrise, women eat a special meal called Sargi , which is prepared by their mothers-in-law. It includes fruits, sweets, and other energy-rich foods to sustain them through the fast. Fasting: The fast begins at sunrise and is observed without food or water throughout the day. It is considered a significant act of love and devotion. Puja Ceremony: In the evening, women gather to listen to the Karwa Chauth Katha (the story behind the festival) and perform a group prayer, which includes offering water to the moon through an earthen pot called Karw...